नई दिल्ली, 09 जुलाई: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को पहली बार सिविल लाइंस स्थित ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ में जनता से सीधी मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। अब तक वह शालीमार बाग स्थित अपने निवास पर ही जनसुनवाई कर रही थीं, लेकिन अब उन्हें एक स्थायी और व्यवस्थित जगह मिल गई है जहां वे लोगों से मिलकर उनकी परेशानियों का हल निकाल रही हैं।
जनसेवा सदन में सुबह 8 से 10 बजे तक चली जनसुनवाई में जल बोर्ड, स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस और नगर निगम सहित करीब एक दर्जन विभागों के अफसर मौजूद थे। लोगों ने पानी, बिजली, स्वास्थ्य, सड़क, दाखिला, अतिक्रमण और अपराध से जुड़ी अपनी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री और अधिकारियों के सामने रखीं। मुख्यमंत्री ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तय समय के भीतर समाधान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसुनवाई उनके लिए सिर्फ एक सरकारी काम नहीं, बल्कि जनता से सीधा संवाद है। उन्होंने लोगों की आंखों में उम्मीद और दिलों में भरोसा देखा कि सरकार उनकी बात सुन रही है और हल निकालने में लगी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार सुनवाई नहीं, समाधान की सोच के साथ काम कर रही है और हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा।
जनसेवा सदन में बैठने, पीने के पानी और आसान प्रवेश जैसी सुविधाएं भी दी गई थीं, जिससे लोगों को कोई असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सत्ता के लिए नहीं, सेवा के लिए है और दिल्ली को एक संवेदनशील, सशक्त और न्यायप्रिय शहर बनाने के लिए जनता की भागीदारी जरूरी है।