पानीपत, 09 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज यहां ‘बीमा सखी योजना’ का शुभारंभ किया जिसके तहत देश में दो लाख महिलाओं को बीमा एजेंट बनाया जाएगा।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की यह पहल 18-70 वर्ष की आयु की उन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है जो दसवीं कक्षा पास हैं। उनको वित्तीय साक्षरता और बीमा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पहले तीन वर्षों के लिए विशेष प्रशिक्षण और वृत्तिका दी जाएगी। पहले वर्ष में मासिक सात हजार रुपए, दूसरे वर्ष में मासिक छह हजार रुपए और तीसरे वर्ष में मासिक पांच हजार रुपए मिलेगा। इसके अतिरिक्त एजेंट की तरह काम।करने पर बोनस भी मिलेगा। प्रशिक्षण के बाद वे एलआईसी एजेंट के रूप में काम कर सकती हैं और स्नातक बीमा सखियों को एलआईसी में विकास अधिकारी की भूमिका के लिए अर्हता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने भावी बीमा सखियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र भी वितरित किया।
श्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के मुख्य परिसर की नींव भी रखी। 495 एकड़ में फैले मुख्य परिसर और छह क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए एक बागवानी महाविद्यालय और 10 बागवानी विषयों को कवर करने वाले पांच स्कूल होंगे। यह फसल विविधीकरण और बागवानी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए विश्व स्तरीय अनुसंधान की दिशा में काम करेगा। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, हरियाणा के मुख्य मंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्रियों मनोहर लाल और कृष्ण पाल गुर्जर भी मौजूद थे।