नई दिल्ली, 13 जून: घरेलू ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म विंजो ने मंगलवार को घोषणा की कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 40 अरब माइक्रो ट्रांजेक्शन के आंकड़े को पार कर लिया है और मौजूदा वित्त वर्ष 2024 में 55 अरब के वार्षिक माइक्रो-ट्रांजेक्शन का लक्ष्य है।
कंपनी ने बताया कि ये माइक्रो-लेन-देन छोटे टिकट-आकार के लेन-देन हैं जो उपयोगकर्ताओं द्वारा उनके गेमप्ले के दौरान विंजो पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर किए जाते हैं। विंजो गेमर्स अपने विंजो वॉलेट में फंड जमा करने के लिए मुख्य रूप से यूपीआई और दूसरी डिजिटल भुगतान विधियों का उपयोग करते हैं, जिसका उपयोग इन-गेम माइक्रोट्रांजेक्शन के लिए किया जाता है। कंपनी के प्लेटफॉर्म पर होने वाले ट्रांजेक्शन में कम से कम 75 प्रतिशत हिस्सेदारी यूपीआई की है।
विनजो के सह-संस्थापक पावन नंदा ने एक बयान में कहा, विंजो के नए उपयोगकर्ता अपने विंजो वॉलेट में छोटी राशि जोड़ते हैं और फिर कम से कम 1 रुपये के माइक्रो ट्रांजेक्शन के माध्यम से गेमिंग गतिविधियों में शामिल होते हैं। यह पूरा व्यवसाय और बुनियादी ढांचा मॉडल यूपीआई पर बहुत अधिक निर्भर करता है, जिसके बिना यह संभव नहीं होता।
गेमिंग प्लेटफॉर्म भारत में होने वाले प्रत्येक 250 यूपीआई लेनदेन में से कम से कम एक में योगदान देता है और प्रति माह तीन करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन करता है। इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि विंजो पर हर चौथा उपयोगकर्ता पहली बार डिजिटल ट्रांजेक्शन कर रहा होता है, जिसमें देश भर के छोटे गांवों और कस्बों से बड़ी संख्या में नए लोग आते हैं।
गाजीपुर, दाउदनगर, खावड़ा, खिमसर, विदिशा, और शीतलाखेत जैसी जगहों पर विंजो का गहरा प्रभाव देखा गया है। इन उपयोगकर्ताओं को डिजिटल भुगतान परि²श्य से परिचित कराने और डिजिटल ग्रिड से जोड़कर नई संभावनाएं खोली गई हैं।
सफल उपयोगकर्ता अधिग्रहण प्रयासों और नए प्रारूपों और खेलों की शुरूआत के परिणामस्वरूप मार्च 2023 में समाप्त होने वाली तिमाही में विंजो ने 12 अरब से अधिक लेनदेन के साथ अपनी पहली तिमाही पूरी की।
कंपनी ने उल्लेख किया कि इसने 12 भाषाओं में उपलब्ध बहुभाषी पेमेंट पेज प्रदान करके उपयोगकर्ता की समझ और विश्वास को और बढ़ाया है, जिससे उपयोगकर्ता पहली बार डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आराम से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।