-ओवरएज वाहनों पर 1 नवंबर से क्यों बढ़ाया पाबंदियों का दायरा, आप ने बताई यह वजह
नई दिल्ली, 09 जुलाई : दिल्ली में मियाद पूरी कर चुके वाहनों को तेलबंदी की पाबंदियों से अक्तूबर तक की राहत मिल गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक बैठक के बाद पुराने वाहनों पर एक नवंबर से ईंधनबंदी लागू करने का फैसला किया है। हालांकि पाबंदियों का दायरा बढ़ गया है। दिल्ली के साथ ही यह अभियान एनसीआर के पांच अन्य जिलों में भी चलेगा। पहली नवंबर से पाबंदियों का दायरा बढ़ाने की वजह बताने के साथ आप ने भाजपा पर जोरदार हमला बोला है।
दिल्ली आप के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की सरकार फुलेरा की पंचायत की तरह चल रही है। भाजपा की सरकार ने दिल्ली ही नहीं पड़ोसी राज्यों को भी बर्बाद कर दिया है। इस सरकार के बोए बीज से एनसीआर के पांच शहर भी फंस गए हैं। इन्होंने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को पत्र लिखकर कहा कि वह जैसा भी कर रहा है वह सही है। हम सीएक्यूएम के साथ हैं। इन तरीकों से पलूशन कम होगा। हमें समय दे दीजिए।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि उन्होंने (दिल्ली सरकार) कुछ समय मांगा ताकि इस प्रतिबंध को आसपास के अन्य शहरों में भी लागू किया जा सके। सीएक्यूएम ने मान लिया। अब सीएक्यूएम कह दिया कि पहली नवंबर से दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा/ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और सोनीपत में ओवरएज वाहनों को ईंधन नहीं देने की पाबंदियों को लागू किया जाएगा। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहली नवंबर से एनसीआर में भी पाबंदियों को लगने का मतलब है कि दिल्ली का पुरानी गाड़ी वाला आदमी जो एनसीआर के शहरों से पेट्रोल भरा लेता था अब नहीं भरा पाएगा। इस तरह से पहले जहां 62 लाख वाहनों को कबाड़ में देने की तैयारी थी, अब करीब 2 करोड़ वाहन कबाड़ में भेजे जाएंगे। इन पाबंदियों के कारण दो करोड़ नए वाहन बिकेंगे। सोचिए ऑटोमोबाइल सेक्टर से यह कितनी बड़ी साठगांठ है।
सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएक्यूएम में आप कुछ लिखोगे, जनता को कुछ बताओगे, सुप्रीम कोर्ट में आप तीसरी बात बताओगे ऐसे थोड़ी ना चलता है। यह खबर क्यों दी गई कि पहली नवंबर से एनसीआर के पांच जिलों में भी ओवरएज वाहनों पर पाबंदियां लगाई जाएंगी ताकि इन शहरों में रहने वाले पुराने वाहन मालिकों को डर लग जाए कि चलो नई गाड़ी खरीद लें। सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस तरह से आपने दो करोड़ परिवारों के सिर पर तलवार लटकाने का काम किया है। इस तरह से आप ने इन सभी परिवारों पर दबाव बना दिया कि नई गाड़ी खरीद लो, क्योंकि दो नवंबर से तो ओवरएज वाहनों को पेट्रोल भी नहीं मिलेगा। पहले पुरानी गाड़ी वाले सोचते थे चलो एनसीआर के शहरों से फ्यूल भरा लेंगे अब आप इन सबको लेकर डूब गए। यह ऑटोमोबाइल सेक्टर से सीधी साठगांठ है।