पटना/छपरा, 08 जनवरी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सारण जिले को 985 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी। श्री कुमार ने प्रगति यात्रा के दूसरे चरण के दौरान बुधवार को छपरा में आयोजित कार्यक्रम में सारण जिले को लगभग 985 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। उन्होंने 52 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इन योजनाओं में 688.17 करोड़ रुपये की लागत से 32 योजनाओं का उद्घाटन तथा 296.42 करोड़ रुपये की लागत से 20 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने यात्रा के क्रम में घोषणा करते हुए कहा कि आज विशुनपुरा में भ्रमण के दौरान लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-31 पर सुगम आवागमन के लिए नये एलिवेटेड पथ के निर्माण की आवश्यकता बतायी है। इस समस्या के निराकरण के लिए सदर प्रखंड में डोरीगंज बाजार से विशुनपुरा तक एलिवेटेड पथ का निर्माण किया जायेगा। इससे राजधानी पटना से छपरा आने वाले वाहनों का आवागमन सुगम होगा। साथ ही एनएच-19 के छूटे हुए छपरा सेक्शन पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कराया जायेगा। इससे पटना, छपरा, सीवान एवं गोपालगंज आने-जाने में सुविधा होगी।
श्री कुमार ने कहा कि एकमा से डुमाइगढ़ तक पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। इस पथ पर छोटे-बड़े एवं भारी वाहनों का आवागमन होता है। इससे लोगोंको आवागमन में काफी सुविधा होगी। एकमा मशरख पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। इसके निर्माण से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। साथ ही खैरा बिन टोलिया पथ का चौड़ीकरण कराया जायेगा। इससे पटना, सीवान, गोपालगंज आदि जाने के लिए लोगों को काफी सुविधा होगी तथा छपरा शहर के लोगों को रेलवे स्टेशन तक आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का सांकेतिक चेक, समेकित विकास योजना के तहत व्यॉलर पॉल्ट्री फॉर्म का सांकेतिक चेक, समेकित बकरी एवं भेड़ विकास योजना, बिहार शताब्दी असंगठित कार्य कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना के अन्तर्गत ‘मृत्यु लाभ’ का सांकेतिक चेक, बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत पुरस्कार का सांकेतिक चेक, बासगीत पर्चा, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक एवं दिव्यांगजनों के लिये बैट्री चालित ट्राई साइकिल की चाबी लाभुकों को प्रदान किया।
श्री कुमार से जीविका दीदियों ने कहा, “जीविका समूह हम सभी महिलाओं के लिए वरदान साबित हुआ है। जीविका ने हमारी जिंदगी को बदल दिया है। जीविका से जुड़ने के बाद हम सबकी न सिर्फ आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है बल्कि परिवार में इज्जत भी बढ़ी है। इसके लिये हम सब आपके प्रति आभार प्रकट करते हैं।” इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार में जब उनकी सरकार बनी तब वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की, जिसका परिणाम है कि वर्तमान बिहार में जीविका समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे एक करोड़ 31 लाख महिलायें जुड़ी हैं।
इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य सह कृषि मंत्री मंगल पांडेय, विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सह सारण जिले के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक जनक सिंह, विधान पार्षद सच्चिदानंद राय एवं वीरेंद्र नारायण यादव, पूर्व मंत्री चंद्रिका राय, मुनेश्वर चौधरी एवं गौतम सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन, अपर पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) अमृत राज, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक, सारण प्रमंडल के आयुक्त गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक, सारण प्रक्षेत्र निलेश कुमार, जिलाधिकारी अमन समीर, पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।