नई दिल्ली, 26 जुलाई : यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आपस में जुड़ी एक साल की दो बच्चियों को सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक अलग किया गया है। आपस में पेट और छाती से जुड़े जुड़वां बच्चों को सर्जरी कर अलग करने में एम्स के डाक्टरों ने सफलता पाई है। एम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मीनू वाजपेयी के नेतृत्व में करीब तीन दर्जन डाक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की टीम ने पिछले महीने यह सफल सर्जरी की। अब दोनों जुड़वां बच्चे स्वस्थ हैं। बच्चे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं।
एम्स के मुताबिक पिछले तीन वर्षो में आपस में जुड़े जुड़वां बच्चों को अलग करने की यह तीसरी जटिल सर्जरी है। इन तीन सर्जरी में एम्स के डाक्टरों ने छह बच्चों को अलग कर उन्हें नई जिंदगी दी है। बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चिकित्सकों ने बताया कि बच्चियों को एक दूसरे से जुड़े रहने के कारण सोने में दिक्कत होती थी। एम्स में जांच के दौरान पता चला कि एक बच्चे के लिवर का दायां हिस्सा दूसरे बच्चे के बायें हिस्से से जुड़ा था। इसके अलावा छाती की पसलियां और हृदय का ऊपरी हिस्सा आपस में जुड़ा था। हालांकि बच्चों के हृदय की धमनियां या नसें आपस में नहीं जुड़ी थीं। आठ घंटे तक चली सर्जरी में बच्चों के लिवर और छाती के हिस्से को अलग किया गया। बच्चों को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया और अब बच्चे स्वस्थ हैं। जल्दी ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।