मॉरीशस के प्रतिनिधिमंडल ने काशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
वाराणसी, 12 सितंबर: मॉरीशस के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने भी काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। मॉरीशस से आए एक प्रतिनिधि ने कहा, “यह एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला क्षण था और हम बहुत उत्साहित हैं।” इससे पहले गुरुवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में गंगा आरती देखी थी। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि पवित्र गंगा के साथ पवित्र जुड़ाव का अनुभव करें। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में गंगा आरती देखी। यह आध्यात्मिक अनुभव आस्था और परंपरा के उस शाश्वत बंधन का प्रतीक है, जो भारत और मॉरीशस को जोड़ता है। साथ ही, उन्होंने नवीनचंद्र रामगुलाम की तस्वीरें शेयर कीं। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम भारत की 8 दिवसीय (9 से 16 सितंबर तक) यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-धारा में रच-बस गए। काशी में मां गंगा के अविरल प्रवाह की तरह भारतीय संस्कृति का सतत प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है। उन्होंने कहा, “जब हम मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत काशी में कर रहे हैं, यह सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि एक आत्मिक मिलन है। मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर नहीं, बल्कि एक परिवार हैं।” इससे पहले, मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की।
भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ, मोदी-धनखड़ भी रहे मौजूद
नई दिल्ली, 12 सितंबर: चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में एक संक्षिप्त समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। लाल कुर्ता पहने राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली। राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू समेत कई नेता मौजूद रहें। पूर्व उपराष्ट्रपतियों हामिद अंसारी और वेंकैया नायडू ने भी समारोह में शिरकत की। धनखड़ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद वह पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए। राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी। जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव आवश्यक हो गया था। सीपी राधाकृष्णन का परिचय 1957 में तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई की। वे आरएसएस के स्वयंसेवक के तौर पर सार्वजनिक जीवन में आए और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। 1996 में उन्हें भाजपा का राज्य सचिव बनाया गया और दो साल बाद, 1998 में, वे पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा पहुंचे। 1999 में वे दोबारा सांसद बने। सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति की अध्यक्षता की और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति सहित कई समितियों में अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वे स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के सदस्य भी रहे। संयुक्त राष्ट्र महासभा को किया संबोधित 2004 में वे संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने वाले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बने। उसी वर्ष वे ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल रहे। 2004 से 2007 तक उन्होंने भाजपा तमिलनाडु इकाई की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने 93 दिन तक चली 19,000 किलोमीटर लंबी रथयात्रा निकाली, जिसमें नदियों को जोड़ने, आतंकवाद उन्मूलन, समान नागरिक संहिता और नशामुक्ति जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। 2016 में उन्हें कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया, जहां उनके नेतृत्व में कॉयर निर्यात 2,532 करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। 2020 से 2022 के बीच वे केरल भाजपा के प्रभारी भी रहे। कई राज्यों के रह चुके हैं राज्यपाल 18 फरवरी 2023 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। उन्होंने कार्यकाल की शुरुआती चार महीनों में राज्य के सभी 24 जिलों का दौरा किया। इसके अलावा वे कुछ समय के लिए तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल चुके हैं। 31 जुलाई 2024 को राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की शपथ ली और पूरे राज्य का भ्रमण कर विभिन्न वर्गों से संवाद स्थापित किया। राज्यपाल रहते हुए उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी। छात्र जीवन में राधाकृष्णन टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक है। राधाकृष्णन अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान की यात्राएं कर चुके हैं।
दिल्ली नगर निगम की सफाई व्यवस्था की रीढ़ हैं सफाई कर्मचारी : महापौर
नई दिल्ली, 11 सितंबर: दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने गुरुवार को सिविक सेंटर में आयोजित ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ स्वच्छता अभियान की समीक्षा बैठक में सभी जोन के स्वच्छता कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की। राजा इकबाल सिंह ने नागरिक पारिस्थितिकी तंत्र में सफाई कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी दिल्ली नगर निगम की सफाई व्यवस्था की रीढ़ हैं, इस शहर को स्वच्छ और रहने योग्य बनाने में उनके अथक प्रयासों पर गर्व है। महापौर ने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर को समाप्त होने वाले स्वच्छता पखवाड़े में हमारे सफाई कर्मचारियों के सहयोग के लिए उनकी शक्ति पर पूरा विश्वास है और आशा व्यक्त की कि वे स्वच्छ और हरित दिल्ली सुनिश्चित करने के लिए अपनी कड़ी मेहनत जारी रखेंगे। इकबाल सिंह ने कहा कि स्वच्छता हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है, जिसे हमें पूरी ईमानदारी से निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत दिल्ली में स्वच्छता अभियान जनभागीदारी और दिल्ली नगर निगम सफाई कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण सफल रहा है। कार्यक्रम में उप महापौर जय भगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा, स्थायी समिति उपाध्यक्ष सुंदर तंवर, निगम के नेता सदन प्रवेश वाही, निगम के आयुक्त अश्वनी कुमार के साथ-साथ अन्य अधिकारी और दिल्ली नगर निगम के क्षेत्रीय स्वच्छता कर्मचारी भी उपस्थित थे।
डूसू चुनाव के लिए अभाविप ने की सेंट्रल पैनल की घोषणा
नई दिल्ली, 11 सितंबर: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (डूसू) चुनाव के लिए गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने केंद्रीय पैनल की घोषणा की। उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान, उपाध्यक्ष के लिए गोविंद तंवर, सचिव के लिए कुणाल चौधरी एवं सह सचिव पद के लिए दीपिका झा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अभाविप कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में डूसू चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आर्यन मान ने कहा कि विश्वविद्यालय में उनके प्रवेश के पहले दिन से ही छात्रों के मुद्दों को लेकर समझ बननी शुरू हुई। उन्होंने कहा कि, अभाविप से जुड़ने के बाद फीस वृद्धि के विरोध में आंदोलन, बुनियादी सुविधाओं के विकास आदि के लिए लगातार प्रयासरत रहा हूं। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी के रूप में अपने प्रचार के दौरान छात्रों के वास्तविक मुद्दों को उठाऊंगा। वहीं, उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी गोविंद तंवर ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में होने वाली समस्याओं के खिलाफ अभाविप एकमात्र संगठन है जो हमेशा सबसे आगे खड़ा रहा है। नए हॉस्टल निर्माण, आखिरी वर्ष के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा शुरू करने के लिए प्रयास करूंगा। सचिव पद प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में कई सारी चुनौतियां है जैसे कि, एक पाठ्यक्रम -एक शुल्क, खेल उपकरणों की कमी, कैंटीन में शुद्ध एवं पौष्टिक भजन उपलब्ध कराना, बाहर से आने वाले छात्रों के रहने के लिए एक समिति बनाई जाए ताकि उनको रहने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े और रूम रेंट कंट्रोल रहे। सह-सचिव पद प्रत्याशी दीपिका झा ने कहा कि छात्राओं को हमेशा अभाविप से छात्रसंघ में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। कई प्रकार के कार्य किए सभी छात्राओं के लिए कॉलेजों में एनसीसी उपलब्ध कराना, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन इंस्टॉल करना, छात्राओं के लिए कैंपस में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना ताकि सभी बहनें कैंपस परिसर में अपने आपको सशक्त एवं मजबूत पा सके। अभाविप दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा केंद्रीय पैनल की चारों सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। जल्द ही छात्रों द्वारा दिए गए फीडबैक को शामिल करते हुए अपना घोषणा पत्र भी जारी करेंगे। उन्होंने चारों सीटों पर विजयी होने का विश्वास जताया है।
एनएसयूआई ने डूसू चुनाव में उतारा महिला चेहरा, 17 साल बाद महिला नेतृत्व की उम्मीद
नई दिल्ली, 11 सितंबर : दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनावद के लिए इस बार कांग्रेस की छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने गुरुवार को जाेश्लिन नंदिता चौधरी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अगर वह जीत जाती हैं तो डूसू को 17 साल बाद कोई महिला अध्यक्ष मिलेगी। पिछली बार 2008 में किसी महिला को छात्र संघ का अध्यक्ष चुना गया था। डूसू चुनाव 18 सितंबर को और मतगणना 19 सितंबर को होगी। इस चुनाव में लगभग 2.75 लाख छात्र वोट डालेंगे। एनएसयूआई ने अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष पद के लिए राहुल झांसला, सचिव के लिए कबीर, और संयुक्त सचिव के लिए लवकुश भड़ाना को अपना उम्मीदवार बनाया है। एनएसयूआई ने कहा कि यह पैनल छात्रों की वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें महिला छात्राओं के लिए विशेष योजनाएं शामिल हैं। पिछले वर्ष 2024 में एनएसयूआई के राैनक खत्री ने अध्यक्ष पद पर कब्जा किया था।
भाजपा ने चलाया ‘कूड़े को आजादी’ अभियान? दिल्ली में गंदगी के ढेर पर AAP ने उठाए सवाल
नई दिल्ली, 11 सितंबर : आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने गुरुवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) के करोल बाग जोन स्थित नरायणा वार्ड नंबर 139 में जमा कूड़े के ढेर का निरीक्षण किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ दिलाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा लगता है कि उसने तो कूड़े को ही आजादी दे दी है। नारंग ने कहा कि दिल्ली की हर सड़क, मैदान और गली में कूड़ा फैला हुआ है, जबकि भाजपा केवल सफाई अभियान का दिखावा कर रही है। विधायक पर लापरवाही का आरोप अंकुश नारंग ने कहा कि नारायणा वार्ड से पहले पार्षद और अब विधायक उमंग बजाज ने अपने इलाके की स्थिति पर ध्यान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि गंदगी के कारण मौसमी बीमारियों का खतरा बना हुआ है, लेकिन भाजपा इस कूड़े को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। निरीक्षण के दौरान नारंग ने बताया कि वार्ड में एक तरफ गैस गोदाम, दूसरी तरफ राजीव गांधी कैंप और तीसरी तरफ श्मशान घाट है, और इन सभी जगहों के आसपास कूड़े का ढेर लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि यहाँ मरे हुए जानवर तक मिलते हैं और बदबू के कारण लोग परेशान हैं। ‘चार इंजन’ की सरकार पर निशाना नारंग ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र, दिल्ली, एमसीडी और उपराज्यपाल—सभी जगह भाजपा की सरकार होने के बावजूद दिल्ली को कूड़े का ढेर बना दिया गया है। उन्होंने भाजपा के ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ अभियान का नाम बदलकर ‘दिल्ली में कूड़े को आजादी’ रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा एमसीडी में आई है, हर सड़क और गली ‘कूड़े के वल्नरेबल पॉइंट’ में तब्दील हो गई है। उन्होंने भाजपा विधायक और पार्षद पर शर्मिंदा होने की बात कही और कहा कि राजेंद्र नगर की जनता कूड़े में साँस लेने के लायक नहीं है। बीमारियों का खतरा और निष्क्रियता अंकुश नारंग ने डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के बढ़ते खतरे पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस गंदगी और कूड़े से हालात और भी खराब हो सकते हैं। नारंग ने दावा किया कि उन्होंने नगर निगम की 311 ऐप पर कई बार शिकायत की है, लेकिन कोई भी इस समस्या को हल करने के लिए तैयार नहीं है।
तीनों सेनाओं की महिला जल यात्रा ‘समुद्र प्रदक्षिणा’ को रक्षा मंत्री ने हरी झंडी दिखाई
-दस महिला अधिकारी अगले 9 महीनों में लगभग 26 हजार समुद्री मील की यात्रा करेंगी नई दिल्ली, 11 सितंबर: पहली बार तीनों सेनाओं की महिला जल यात्रा ‘समुद्र प्रदक्षिणा’ गुरुवार को मुंबई से शुरू हुई, जिसमें 10 महिला अधिकारी अगले 9 महीनों में स्वदेशी नौकायन पोत त्रिवेणी पर सवार होकर लगभग 26 हजार समुद्री मील की यात्रा करेंगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस नौकायन अभियान को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से रवाना किया। राजनाथ सिंह ने इस यात्रा को नारी शक्ति, सशस्त्र बलों की एकता, आत्मनिर्भर भारत और भारत की सैन्य कूटनीति एवं वैश्विक दृष्टिकोण का ज्वलंत प्रतीक बताया है। नारी शक्ति और विकसित भारत के विजन को स्मरण करते हुए रक्षा मंत्री ने साउथ ब्लॉक से अपने संबोधन में कहा कि इस अभियान के दौरान महिला अधिकारियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन उनके दृढ़ संकल्प की लौ अंधकार को चीरती रहेगी। वे सुरक्षित घर लौटेंगी और दुनिया को दिखाएंगी कि भारतीय महिलाओं का पराक्रम किसी भी सीमा से परे है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक अगले नौ महीनों में 10 महिला अधिकारी स्वदेश निर्मित भारतीय सेना नौकायन पोत (आईएएसवी) त्रिवेणी पर सवार होकर पूर्वी मार्ग पर लगभग 26 हजार समुद्री मील की यात्रा करेंगी। वे भूमध्य रेखा को दो बार पार करेंगी और तीन महान अंतरीपों लीउविन, हॉर्न और गुड होप का चक्कर लगाएंगी। इस दौरान वे सभी प्रमुख महासागरों और दक्षिणी महासागर तथा ड्रेक पैसेज सहित कुछ सबसे खतरनाक जल क्षेत्रों को पार करेंगी। मई, 2026 में मुंबई लौटने से पहले यह दल चार अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों का भी दौरा करेगा। वर्चुअल फ्लैग-ऑफ के दौरान साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्री के साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह मौजूद थे। गेटवे ऑफ इंडिया पर पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। लेफ्टिनेंट कर्नल अनुजा वरुडकर के नेतृत्व में स्क्वाड्रन लीडर श्रद्धा पी राजू, मेजर करमजीत कौर, मेजर ओमिता दलवी, कैप्टन प्राजक्ता पी निकम, कैप्टन दौली बुटोला, लेफ्टिनेंट कमांडर प्रियंका गुसाईं, विंग कमांडर विभा सिंह, स्क्वाड्रन लीडर अरुवी जयदेव और स्क्वाड्रन लीडर वैशाली भंडारी शामिल हैं। टीम ने तीन साल का कठोर प्रशिक्षण लिया है, जिसकी शुरुआत क्लास बी जहाजों पर छोटे अपतटीय अभियानों से हुई और अक्टूबर, 2024 में अधिग्रहित क्लास ए नौका आईएएसवी त्रिवेणी तक आगे बढ़ी। उनकी तैयारी में भारत के पश्चिमी समुद्र तट के साथ इस साल की शुरुआत में मुंबई से सेशेल्स और वापस एक ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय अभियान शामिल था।
राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप, भाजपा ने उठाए सवाल
नई दिल्ली, 11 सितंबर : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है। इस संबंध में सीआरपीएफ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खरगे को पत्र भी लिखा। राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सवाल उठाए हैं। गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर राहुल गांधी विदेश यात्राओं के दौरान बार-बार सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हैं, तो कुछ सवाल उठते हैं। विदेश यात्राओं के दौरान ऐसा क्या होता है कि उन्हें अपनी ही सुरक्षा पर भरोसा नहीं होता और वे प्रोटोकॉल तोड़ देते हैं? क्या वहां से कोई सामग्री आ रही है? क्या कुछ गुप्त रूप से किया जा रहा है? उन्हें विदेश में ज़्यादा सुरक्षा महसूस होती है। उन्होंने कहा कि अगर कल को कुछ हुआ, तो क्या सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराया जाएगा? कांग्रेस को उनसे पूछना चाहिए कि विदेश यात्राओं पर वे कौन सी गुप्त बैठकें करते हैं जिससे सुरक्षा का उल्लंघन होता है? उधर, कांग्रेस ने सीआरपीएफ के पत्र को सार्वजनिक करने के समय पर सवाल उठाया। गुरुवार को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर कहा कि सीआरपीएफ के पत्र को जारी करने का समय और उसका तुरंत सार्वजनिक रूप से जारी होना, परेशान करने वाले सवाल खड़े करता है। यह ऐसे समय में आया है, जब राहुल गांधी चुनाव आयोग के वोट चोरी के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। यह विपक्ष के नेता को सरकार की तरफ से डराने की कोशिश है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने कांग्रेस नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा है कि राहुल गांधी पिछले 9 महीने में बिना सूचना दिए 6 बार विदेश गए। इस दौरान वे इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया की यात्रा कर चुके हैं। राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है। सीआरपीएफ ने राहुल गांधी को भी अलग से पत्र भेजा है। इसमें लिखा गया है कि इस तरह की चूक से उनकी जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा कमजोर पड़ सकती है और उन्हें खतरे का सामना करना पड़ सकता है। जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी वाले लोगों को ‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ के तहत अपनी हर गतिविधि और विदेश यात्रा की जानकारी पहले से सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है ताकि उनके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा सकें।
असम चुनाव से पहले कांग्रेस ने पांच अतिरिक्त समन्वयक नियुक्त किए
नई दिल्ली, 11 सितंबर : असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने चुनावी प्रबंधन और मीडिया समन्वय को मजबूती देने के लिए पांच अतिरिक्त समन्वयकों की नियुक्ति की है। पार्टी के मीडिया कोऑर्डिनेटर श्रीचरण सिंह सप्रा से परामर्श के बाद यह नियुक्तियां आधिकारिक तौर पर घोषित की गईं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा द्वारा एक पत्र के माध्यम से दी गई जानकारी के मुताबिक पार्टी ने जिन नेताओं को यह नई जिम्मेदारी सौंपी है, उनमें प्रदीप बालमुचू, रोहन मित्रा, अब्बास हफीज, नीलाब शुक्ला और हरमीत बवेजा शामिल हैं। इन्हें आगामी दिनों में अलग-अलग जोन में चुनावी अभियान और मीडिया प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन नियुक्तियों से पार्टी की जमीनी पकड़ और मीडिया रणनीति दोनों को मजबूती मिलेगी। विधानसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने की कवायद के तहत ये कदम उठाए गए हैं।
दुनिया में पहले नंबर पर पहुंचने की क्षमता रखता है भारतीय वाहन उद्योग : गडकरी
नई दिल्ली, 11 सितंबर : सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय वाहन उद्योग का देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है और इसमें दुनिया में पहले नंबर पर पहुंचने की क्षमता है। श्री गडकरी ने यहां घरेलू वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के वार्षिक अधिवेशन में कहा कि कुछ साल पहले भारतीय वाहन उद्योग दुनिया में सातवें स्थान पर था, आज हम जापान को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गये हैं। उन्होंने कहा, “मेरा विश्वास है आप सब लोगों की क्षमता पर। आप सब लोग यदि मिलकर काम करेंगे तो हम वाहन सेक्टर में दुनिया में नंबर एक पर जा सकते हैं। पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का प्रधानमंत्री का जो सपना है उसमें इस उद्योग की भूमिका सबसे अहम है।” एक संवाद सत्र में उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण में 40 प्रतिशत वाहनों के कारण होता है। सरकार अब प्रदूषण कम करने के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा दे रही है। इसके अलावा बीएस सात मानक लाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने उद्योग से कहा कि सरकार कुछ अलग नहीं करेगी, यह भी यूरोपीय मानक के अनुरूप ही होगा। पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण के बारे में श्री गडकरी ने कहा कि ई20 (20 प्रतिशत मिश्रण) से आगे कोई कदम उठाते समय वाहन उद्योग से भी चर्चा की जायेगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर ई20 के खिलाफ पिछले दिनों चलाये गये अभियान को “पेड” बताते हुये कहा कि कहने को तो यह अभियान इथेनॉल के खिलाफ था लेकिन राजनीतिक रूप से यह उन्हें निशाना बनाने के लिए था। उन्होंने कहा कि इथेनॉल पेट्रोलियम आयात का विकल्प है, इससे प्रदूषण कम होता है और किसानों की आमदनी बढ़ाने वाला है। उन्होंने वाहन उद्योग से वाहन परीक्षण केंद्र स्थापित करने और स्क्रैपिंग को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह पुराने वाहन को स्क्रैप करके नये वाहन खरीदने वालों के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में छूट पर भी सरकार के अंदर पैरवी कर रहे हैं। देश में हर साल 60 लाख टन स्क्रैप स्टील का आयात किया जाता है जबकि नयी स्क्रैप नीति लाने के बाद अब 3.76 लाख टन स्क्रैप स्टील की घरेलू आपूर्ति हो रही है।