नई दिल्ली, 07 नवंबर: इंटरनेशनल ट्रेड फेयर का आगाज 14 नवंबर से होगा। मेला विकसित भारत 2047 की थीम पर आयोजित किया जाएगा। मेले के राज्य पार्टनर उत्तर प्रदेश और बिहार होंगे। वहीं, फोकस राज्य में झारखंड होगा। मेले की सबसे विशेष बात यह होगी कि 2 नए हॉल भी बढ़ाए जाएंगे। वहीं, टिकटों की कीमतों में किसी भी तरह की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। मेले में इस बार बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चे भी आसानी से घूम सकेंगे। पहली बार दर्शकों को गोल्फ कार्ट की सुविधा मिलेगी। इसके लिए आगंतुकों को पहले से बुकिंग करानी होगी। इसका शुल्क पांच हजार रुपये होगा।
आईटीपीओ के एक अधिकारी के मुताबिक एक गोल्फ कार्ट को दो स्लॉट में सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक और दोपहर तीन से शाम सात बजे तक बुक किया जा सकेगा। प्रत्येक कार्ट में सात लोग सवार हो सकेंगे। इसके अलावा मेले के टिकटों में किसी भी तरह की बढ़ोतरी नहीं की गई है। टिकटों का दाम जितना बीते साल था, उतना ही रहेगा। विकेंड और छुट्टी के दिन बिजनेस-डे में बड़ों का टिकट 150 रुपये और बच्चों के लिए 60 रुपये होगा। वहीं, नॉन बिजनेस-डे में अडल्ट्स का टिकट 80 रुपये और बच्चों का 40 रुपये होगा। बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए मेले में प्रवेश निशुल्क होगा। 14 से 18 नवंबर तक बिजनेस डे होगा। 19 तारीख से सामान्य लोग भी मेले का लुत्फ उठा सकते हैं। मेले में एंट्री सुबह साढ़े नौ बजे से होगी।
14 से 27 नवंबर तक व्यापार मेला
आईटीपीओ अफसरों के अनुसार, हर साल प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर तक व्यापार मेला लगता है, जिसमें अलग-अलग राज्यों के पवेलियन सहित कई देशों स्टॉल भी होते है। शुरुआत में ट्रेड फेयर करीब एक लाख 2 हजार वर्ग मीटर एरिया में लगता था। लेकिन, साल 2017 में कन्वेंशन सेंटर का कंस्ट्रक्शन शुरू होने पर ट्रेड फेयर समिति के दायरे में होने लगा था। साल 2022 ट्रेड फेयर का आयोजन 73 हजार वर्ग मीटर दायरे में किया गया। साल 2023 में ट्रेड फेयर का आयोजन 97 हजार वर्ग मीटर दायरे में किया गया था। लेकिन, इस साल ट्रेड फेयर 1 लाख 2 हजार वर्ग मीटर दायरे में किया जाएगा। पिछले साल की तुलना में इस साल दो नए हॉल बढ़ाए गए हैं। हॉल नंबर-14 का फर्स्ट फ्लोर और हॉल नंबर-1 का ग्राउंड फ्लोर भी इस बार पवेलियन के लिए इस्तेमाल होगा।