नई दिल्ली, 09 नवंबर : पूर्वी दिल्ली के चंदू पार्क पुरानी अनारकली कालोनी स्थित सिद्ध पीठ श्री सीता राम संत सेवा मन्दिर एवम् गौशाला में महामंडलेश्वर श्री राम गोविंद दास महात्यागी जी महाराज के पावन सानिध्य में कार्तिक मास में दिवाली के 7 दिन बाद मनाया जाने वाला “गोपाष्टमी” का महापर्व शनिवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर वृंदावन के महान संत गौ सेवक श्री श्री 1008 श्री भागवत मुनि (फलाहारी बाबा) जी महाराज भी उपस्थित रहे।
आज सभी भक्तों ने महान संतों के सानिध्य में गऊशाला में गौ माता की पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख समृद्धि व राष्ट्र के कल्याण की अरदास लगाई। इस अवसर पर भीष्म लाल शर्मा चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन राजीव शर्मा, भाजपा नेता विपिन जैन, समाज सेवी रजनीश गुप्ता, विजय गुप्ता, महेंद्र कौशिक (कादीपुर), राजेश शर्मा, विक्की आहूजा, सुशील गुप्ता, सुशील पुण्यानी, तपेश्चर भारद्वाज, महिपाल सिंह, गुरुदेव अवस्थी, राजेंद्र प्रसाद, राजेश्वर भारद्वाज, ज्ञानेश्वर भारद्वाज, बृज मोहन गुप्ता, विपिन शर्मा, मयंक प्रशांत कुमरा, श्याम गोयल, संजीव गुप्ता व सत्य नारायण सहित काफी संख्या में गौ भक्त उपस्थित रहे।
अंतर्राष्ट्रीय महात्यागी खालसा के श्री महन्त एवम महामंडलेश्वर श्री राम गोविन्द दास महात्यागी जी महाराज ने गौ माता की पूजा अर्चना के बाद बताया कि कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक भगवान कृष्ण ने गौ, गोप व गोपीयों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को धारण (उठाया) किया था तभी से कार्तिक मास की अष्ठमी के दिन गौ संवर्धन व सभी देवी देवताओं का आशीष प्राप्त करने की कामना के साथ गौ पूजन किया जाता है।
गोपाष्टमी पर वृंदावन से सिद्ध पीठ पहुंचे श्री श्री 1008 श्री भागवत मुनि (फलाहारी बाबा) जी महाराज ने गौ भक्तो पर ज्ञान गंगा की अमृत वर्षा करते हुए बताया कि कलियुग में मनुष्य जीवन को धन्य करने का गौ सेवा से बड़ा कोई ब्रह्मास्त्र नहीं है। ज्ञात रहे जो भक्त सच्चे मन व सच्ची श्रद्धा के साथ नियमित रूप से गौ पूजन व गौ सेवा करते हैं उन्हें जीवन में कभी दुखों का सामना नहीं करना पड़ता। उनके जीवन में सुख-समृद्धि की बयार निरन्तर बहती रहती है।
श्री रामगोविन्द दास महात्यागी जी महाराज ने इस मौके पर यह भी बताया कि हिन्दू धर्म वो धर्म है जहां प्रत्येक जीवात्मा पूजनीय है चाहे वो किसी भी रूप में है। स्मरण रहे गऊ माता के प्रभाव का इतना प्रताप है कि जहां भी गऊ का वास व् जिस स्थान पर गऊ के गोबर व् मूत्र का प्रभाव रहता है उस स्थान पर रहने वाले लोगों को जल्दी से कोई हानिकारक विषाणु (वायरस) भी अपना शिकार नही बना पाता।
महाराज जी ने बताया कि गऊ माता की महिमा का इतना प्रताप है कि उसे भारत में ही नही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे वहां के दिग्गज नेता ऋषि सुनक ने भी स्वीकारा है। इतिहास गवाह है कि उन्होंने भी प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शपथ ग्रहण करने से पूर्व गऊ माता का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया था। यह शास्वत सत्य है कि गौ माता में समस्त देवताओं का वास होता है। इसीलिए कहा जाता है कि गऊ सेवा व पूजन करने से सभी देवी देवताओं का आशीष प्राप्त होता है। गोपाष्टमी के दिन गौ सेवा करने से आत्मिक शांति मिलने के साथ साथ घर में सुख समृद्धि का भी वास होता है।