नई दिल्ली, 12 दिसंबर: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गुरुवार को कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन पर सबसे ज्यादा व्यक्तिगत हमले किए गए। दिल्ली में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह और स्थापना दिवस के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने ये टिप्पणी की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्लीवासियों की भलाई के लिए काम करने की उनकी प्रतिबद्धता तमाम बाधाओं के बावजूद अटूट बनी हुई है। छात्रों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “याद रखें, समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले निर्णय लेना आसान नहीं है। आपको यथास्थिति बनाए रखने में निहित स्वार्थ वाले लोगों से अनुचित आलोचना और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। कहा जाता है कि बड़े निर्णय लेते समय, डर महसूस होना स्वाभाविक है, लेकिन डर के कारण कार्य न करना गलत कदम है।”
एलजी सक्सेना ने कहा, “मैं अपना अनुभव साझा करना चाहूंगा। पिछले ढाई वर्षों में, मुझे वह काम करने से रोकने के कई प्रयास किए गए हैं जो मुझे लगता है कि अच्छा है। इस दौरान मुझे प्रताड़ित किया गया। तमाम आरोपों और व्यक्तिगत हमलों के बावजूद दिल्ली और यहां रहनेवाले लोगों की भलाई के लिए काम करने की मेरी प्रतिबद्धता मजबूत रही है, इसलिए मैं कभी नहीं रुका और अपने लक्ष्य की दिशा में काम करता रहा।”
उन्होंने देश के भविष्य को आकार देने में युवाओं की भूमिका पर भी जोर दिया। एलजी सक्सेना ने कहा, “आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयासों में लगातार और अटूट रहना चाहिए। हमेशा लोगों के व्यापक हित में काम करना चाहिए। आप पर देश की वृद्धि और वैश्विक मंच पर इसकी स्थिति में योगदान करने की जिम्मेदारी है। आइए आशा करते हैं कि इस दिशा में यूनिवर्सिटी अपना काम जारी रखेगा।